बाहों की झपकी, शौख किसे ना होती लेने की सबकी कुछ वसूल अपेक्षित मर्यादित रूकावटें होती है जबकि वर्ना कोई भी किसी की "झपकी" ले नहीं लेता सबकी ©अनुषी का पिटारा.. #ranveerdeepika #झपकी #अनुषी_का_पिटारा