कोरोना संकट की इस विकट घड़ी में हमारे डॉक्टर्स, सिस्टर्स सभी स्वास्थ्य कर्मी, पुलिस कर्मी, बैंक कर्मी, सफाई कर्मी, शिक्षक गण व अन्य किसी भी रूप में सेवाएँ देनेवाले भाई बंधु जो आज मानवता से ऊपर उठकर दिव्यता को स्पर्श कर चुके हैं, उन सभी को कोटि कोटि प्रणाम व हृदय की गहराइयों से आभार! हालाँकि इन शब्दों में मैं अपनी भावनाओं की पूर्ण अभिव्यक्ति नहीं कर पा रही हूँ, जब हम सब अपने घरों की चारदीवारी में सकुशल व सुरक्षित बैठे हैं आप लोगों का भी दिल धड़कता होगा, अपनी व अपने परिवार की सुरक्षा व सलामती के लिए, लेकिन कर्तव्य पालन के इन कठिन दिनों में आपने जो जीवट, जो साहस, जो निस्पृहता, जो तटस्थता दिखाई है वो बार - बार वंदनीय है अनुकरणीय है!! साथ ही बहुत लानत भेजती हूँ उन निकृष्ट लोगों को जो मानवता के इस पथ को मुश्किल और कठिन बना ने में अपनी जान झोंक रहे हैं अपने नापाक इरादों से! जो समाज व देश के वातावरण को विषैला बनाने पर तुले हुए हैं और आपके हौसलों की परीक्षा ले रहे हैं! मेरी ईश्वर से दिली प्रार्थना है कि आप सभी स्वस्थ, सकुशल रहें दीर्घायु प्राप्त करें और उन निकृष्ट लोगों को मेरे समाज, मेरे देश से, इस धरती से निकाल बाहर करें! उनका, उनके नापाक इरादों सहित विनाश करें!! #वंदनीय #अनुकरणीय 09. 04।20#आसमान से तारा भी टूट रहा है, कहते हैं कि इच्छा पूरी होती है