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*✍🏻“सुविचार”*📚 🎊*“4/1/2022”*🎉 🎁*“मंगलवार”*

*✍🏻“सुविचार”*📚 
🎊*“4/1/2022”*🎉 
🎁*“मंगलवार”* 🌟

आपने कभी “मोर” को “नृत्य” करते हुए 
तो देखा ही होगा,
कहा जाता है कि “मोर” जब “नृत्य” करते है
 तो उनकी “आंखों” से “आंसू” बहते है 
वहीं दूसरी ओर है “हंस”,
कहा जाता है कि ये “मरते समय” गाते है,
इसलिए “मोती के दाने” “हंस” चुगता है 
और “मोर” नहीं,
इसका एक ही अर्थ है कि “जीवन” में 
आप जो भी “कार्य” करो “बड़ा हो या छोटा”,प्रसन्नता के साथ करो,
“मन में कड़वाहट” रखकर नहीं,
“मन को दुःखी” करके नहीं,
इसलिए “जीवन” में याद रखिए 
“प्रसन्नता” के साथ जो भी “कार्य” करोगे 
वो “अच्छा” ही होता है...
*“अतुल शर्मा”*✍🏻

©Atul Sharma *✍🏻“सुविचार”*📚 
🎊*“4/1/2022”*🎉 
🎁 *“मंगलवार”* 🌟

*#“मोर”*

*#“नृत्य”*
*✍🏻“सुविचार”*📚 
🎊*“4/1/2022”*🎉 
🎁*“मंगलवार”* 🌟

आपने कभी “मोर” को “नृत्य” करते हुए 
तो देखा ही होगा,
कहा जाता है कि “मोर” जब “नृत्य” करते है
 तो उनकी “आंखों” से “आंसू” बहते है 
वहीं दूसरी ओर है “हंस”,
कहा जाता है कि ये “मरते समय” गाते है,
इसलिए “मोती के दाने” “हंस” चुगता है 
और “मोर” नहीं,
इसका एक ही अर्थ है कि “जीवन” में 
आप जो भी “कार्य” करो “बड़ा हो या छोटा”,प्रसन्नता के साथ करो,
“मन में कड़वाहट” रखकर नहीं,
“मन को दुःखी” करके नहीं,
इसलिए “जीवन” में याद रखिए 
“प्रसन्नता” के साथ जो भी “कार्य” करोगे 
वो “अच्छा” ही होता है...
*“अतुल शर्मा”*✍🏻

©Atul Sharma *✍🏻“सुविचार”*📚 
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*#“मोर”*

*#“नृत्य”*
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Atul Sharma

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