जो थामा है ये हाथ तो अब न छोडू़ँगीं भूलकर इस बेनाम- सी दुनिया को मैं तेरी हो लूँगी। और जो छुपाना भी चाहा मुझसे कोई दर्द अपना, तो मैं तेरी आँखों में आँसू बन खुद ही रो लूँगी।। SHIVANGI ASTHANA🌹🌹 #ShiviSA