मैं और मेरी ख़ाहिशे वो हर रोज़ रूठती है मैं उन्हे हर रोज़ मनाती हूँ कमबख्त ना वो रुकने को तैयार है अौर ना मैं झुकने को तैयार हूं ! : pearlikA # Reality