थोड़ी मोहब्बत क्या कर ली हमने हम तो सभी के दुश्मन हो गए अरे हम पर इल्ज़ाम लगाने और गलतियां गिनाने वालों पहले जरा खुद के दामन में झांक कर देख तुम्हारा दामन कितना साफ़ है लोग बोलते हैं अपने दामन में झांक के देख जरा मैं बोलती हूं कीचड़ में ही कमल खिलता है मेरे वजूद पर दामन पर उंगली उठाने वालों जरा झांक कर अपने दामन में देख देख तुझे अब तो आईना भी शर्म खाने लगा है। ♥️ Challenge-638 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।