जंगलों को खेतों ने रौंदा खेतों को शहरों ने, इमारतों ने, सड़कों ने, पुलों ने जहरीले नालों ने ।।।।।।।। दौलत की भूंख ने इंसानियत को रौंदा संस्कृति को रौंदा प्रकृति को रौंदा ।।।।।।।।। देखते हैं कब तक पेट, पानी, हवा मिल रही है .......... एक दिन सब चीजें वापस करेगा इंसान ।।।।।।।।।।।।। हरि ॐ 03.12.2023 ©Ram Yadav #अध्यात्म #भारत #पर्यावरण #कृषि #राजनीति #जंगल