ये मखमली सर्दियाँ और,,... उनकी लबों की गर्माहट,, कभी हम बहक जाते है, कभी हम महक जाते है... ताशीरें-ए-इश्क़ की गर्मी पाकर,, मौसम-ए-बर्फ़ पिघल जाते है..!! ©Rishnit❤️ Erotica quotes #Nojotoquotes #HindiErotica Jyoti Duklan Manali Rohan