न संघर्ष न तकलीफें फिर क्या मजा है जीने में.. तूफान भी रूक जाएगा जब लक्ष्य रहेगा सीने में.. पसीने की स्याही से लिखे पन्ने कभी कोरे नहीं होते.. जो करते है मेहनत उनके सपने कभी अधूरे नहीं होते. ©Writer Sugandh Singh #Writer Sugandh Singh