हद से ज्यादा तुम्हे प्यार नहीं करना था यूँ ही अपना समय बरबाद नहीं करना था दिल से चाहा था तो आकर गले लग जाती रोज रोज खिड़की के पास बैठकर सिर्फ इंतजार नहीं करना था इन्तजार #इंतजार#