क्यु । क्यु अब तुम्हें मेरा इंतजार नही है , क्या अब तुम्हे मुझसे प्यार नही है ? घंटो लगते थे , बताने में जो दिन का हाल , क्यु तम्हे अब चंद लम्हों की दरकार नही है , निहारती थी इंतजार में , काटे जो घड़ी के , क्यु अब उन नजरो को मुझ पे ऐतबार नही है ? #बदलते_रिश्ते