कुछ कमी नहीं जहां में मेरे , बस इक कमी तेरी खलती थी मुंह देख सकूं तेरा उम्र भर , मैं मुंह उठा शहर आ गया #coronavirus कुछ कमी नहीं जहां में मेरे , बस इक कमी तेरी खलती थी मुंह देख सकूं तेरा उम्र भर , मैं मुंह उठा शहर आ गया