Dear Sadness बेरहम है दुनिया क्या क्या सम्भाला जाए गम एक सम्भलता नहीं दूसरा कहाँ पाला जाए हँसेगी दुनिया मुझ पर लेकिन हरगिज टूटेंगे नहीं हम भले राहों में पत्थर की जगह पहाड़ डाला जाए है बाजुओं में दम तो लड़ आखरी सांस तक ए बाजीगर चाहे कफन से भी लहू का हिसाब निकाला जाए है वहीं अन्तिम धन्य मानुष इस दिव्य धरा पर जो युगों युगों के लिए अनल - अक्षरों में लिखा जाए ✍️ अमितेश निषाद (सुमित ) २२/१२/२०१९ #बेरहम है दुनिया क्या क्या सम्भाला जाए गम एक सम्भलता नहीं दूसरा कहाँ पाला जाए हँसेगी दुनिया मुझ पर लेकिन हरगिज टूटेंगे नहीं हम भले राहों में पत्थर की जगह पहाड़ डाला जाए है बाजुओं में दम तो लड़ आखरी सांस तक ए बाजीगर चाहे कफन से भी लहू का हिसाब निकाला जाए