इतने बेचैन ..इतने बेक़रार क्यों हैं ... लोग ज़रूरत से ज़्यादा होशियार क्यों हैं ...?? जिसे देखिये सबकी ख़बर रखता है .... ये सब चलते फिरते अख़बार क्यों हैं ...?? #Book #Shayari #sarcasm #Life