झुकी झुकी सी नजर बेकरार है कि नहीं दबा दबा सा सही दिल में प्यार है कि नहीं. तू अपने दिल की जयाँ धड़कनों को गिन के बता मेरी तरह तेरा दिल बेकरार है कि नहीं दया दया सा सही दिल में प्यार है कि नहीं वो पल के जिस में मोहब्बत जवान होती है उस एक पल का तुझे इंतजार है कि नहीं दबा दबा सा सही दिल में प्यार है कि नहीं झुकी झुकी सी नज़र बेकरार है कि नहीं ©Shail Mehta #JagjitSingh #gazal #Poetry #jagjit_singh