ख्वाहिशों की बूंदे अभी बाकी है थोड़ी सी खुशी और थोड़ी सी हंसी अभी बाकी है हर रोज सोचती हूं कुछ कहना है तुमसे तुम्हारी मुस्कान देखकर सब कुछ भूल जाती हूं मैं हर रोज चांद को देखता हूं मैं। उस चांद में नजर आती है तू तू कशिश है या सितारा हर रोज तू याद आती है मुझे तुझे भूलने की कोशिश करते हैं हर रोज तुम मेरा दिल हो जो बिन धड़काए ही धड़कते हो, हर रोज हो। बातें पूरी कर लेने के बाद भी बची रह जाती है एक और बात Collab करें YQ DIDI के साथ। #एकऔरबात #collab #yqdidi