चुप रहना, खामोश रहना ऐसा हम सभी ने अपने बड़ों से सदैव सुना है। ज्यादा मत बोला करो कितनी जुबान लंबी हो गई है । थोड़ा सा तो लिहाज किया करो बड़ों का। पर कब तक खामोश रहे हम कभी तो हमें भी अपने हक की अपने मन की कहने का मौका दीजिए ना। ©Upasna Mishra #bezubaan