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बहारों के सपने। (पार्ट 7) में और मॉम बातें कर रहे

बहारों के सपने।
(पार्ट 7) में और मॉम बातें कर रहे थे। बात बात में निशा की बात निकली। 

"मॉम, पता है निशा को घर और जॉब दोनों सँभालने में मुश्केली आ रही है।"

"हाँ। थोड़ी मुश्केली तो आयेगी ही। अभी नयी नयी शादी हुई है तो घर के काम की ज़िम्मेदारियाँ अचानक सर पर आ गई होगी। ऊपर से दस घंटे की जॉब।"मॉम ने कहा।

"हाँ, वह तो है। पर उसकी सास उसे ज़रा भी मदद नहीं करती। यह तो गलत है ना।"मैंने मॉम के सामने अपने विचार रखें।
बहारों के सपने।
(पार्ट 7) में और मॉम बातें कर रहे थे। बात बात में निशा की बात निकली। 

"मॉम, पता है निशा को घर और जॉब दोनों सँभालने में मुश्केली आ रही है।"

"हाँ। थोड़ी मुश्केली तो आयेगी ही। अभी नयी नयी शादी हुई है तो घर के काम की ज़िम्मेदारियाँ अचानक सर पर आ गई होगी। ऊपर से दस घंटे की जॉब।"मॉम ने कहा।

"हाँ, वह तो है। पर उसकी सास उसे ज़रा भी मदद नहीं करती। यह तो गलत है ना।"मैंने मॉम के सामने अपने विचार रखें।

में और मॉम बातें कर रहे थे। बात बात में निशा की बात निकली। "मॉम, पता है निशा को घर और जॉब दोनों सँभालने में मुश्केली आ रही है।" "हाँ। थोड़ी मुश्केली तो आयेगी ही। अभी नयी नयी शादी हुई है तो घर के काम की ज़िम्मेदारियाँ अचानक सर पर आ गई होगी। ऊपर से दस घंटे की जॉब।"मॉम ने कहा। "हाँ, वह तो है। पर उसकी सास उसे ज़रा भी मदद नहीं करती। यह तो गलत है ना।"मैंने मॉम के सामने अपने विचार रखें।