सपनें हों अगर पूरे तो इश्क़ भी मज़ा देता है तमन्नाऐं रह जायें अधूरी तो भी सजा देता है माथे की बिंदी और सिन्दूर को श्रृंगार न बोल बस यही तेरे असली ठिकाने का पता देता है - अशांजल यादव real love