यूं तो शेर-ओ-शायरी का, कोई खास शौक नहीं है हमें......... इक रोज़ किसी को देखकर, कागज़ पर कलम चलाने लगे........ हमारे अल्फ़ाज़ों के दीवाने तो, हमें दूर से भी सुनने आने लगे....... दास्तान-ए-दिल हम लिखने लगे, और अब लोगों को सुनाने लगे...... ©Poet Maddy यूं तो शेर-ओ-शायरी का, कोई खास शौक नहीं है हमें......... #Poetry#Habit#Pen#Paper#Crazy#Words#People#Listen#FarAway#Story...........