अपने उसूल यूं भी कभी तोड़ने पड़े उसकी खता थी, हाथ मुझे जोड़ने पड़े अपने उसूल यूं भी कभी तोड़ने पड़े उसकी खता थी, हाथ मुझे जोड़ने पड़े