सहारे को रोता हूँ बदल भी जाऊँगा , चमकता सा किरदार हूँ ढ़ल भी जाऊँगा, परख़ देता है वक़्त हमको, मिसाल भी बनेगा , धुन्ध आईना है ये सवाल भी बनेगा। सच्ची सी थी वफ़ा मेरी याद बनके जाऊँगा, सच्चा सा होगा प्यार तेरा तो लोट के आऊँगा । मेरा गर्द सा ख्वाब इज़ाज़त बनेगा । ख्वाहिश का एक दरिया अब चाहत बनेगा । मेरे ज़िक्र से होगी मुहब्बत ऐसी ,, मेरा हर एक अक्स तेरी राहत बनेगा।। .......haquikat #SushantSinghRajput Sher-o-shayari Drsantosh Tripathi MONIKA SINGH ARYAN SAINI Sandeep Rajput