World Heritage Day बलियों में अकड़ नित करे मनि को बाबरी । मसान में शरीर अर मनि को ही चाकरी।। ( बलियों- ताकत, मनि-मन में, बाबरी-पागल ) ( मसान-श्मशान, चाकरी - सेवाकर्म ) कर्म, फल, परिणाम, भुगतान, मानवता #Hindi #Nojoto #Poetry #shayri #quotes डॉ.अजय मिश्र