"झंडा दिया है फहरा" है कर्म जिसकी दुल्हन ,सादगी का जिसपे पहरा । हमने खुशी से जिसके ,बांधा है सिर पे सेहरा। कोई दूसरा नहीं है, मोदी के जैसा चेहरा । भ्रष्ट देशद्रोहियों को, सदमा लगा है गहरा , बूढ़ा जवान बच्चा ,हर कोई है यह कह रहा। कोई दूसरा नहीं है मोदी के जैसा चेहरा धरती भी खिल उठी है, है आसमान दहला, दुश्मन के घर पे जाकर, झंडा दिया है फहरा। कोई दूसरा नहीं है मोदी के जैसा चेहरा।। ©Anuj Ray झंडा दिया है फहरा"