प्यार से... कह देते इक बार करते हो मुझसे... औरों से ज़्यादा प्यार...! पुलकित हो उठता मन मेरा भी... खिल उठतीं असंख्य कलियाँ.... "हदय-बगिया" में मेरी भी...! प्रज्वलित हो उठती हर्ष-ज्योति... मेरे "मन-मंदिर" में भी....! शरीर के साथ मन भी उल्लासित हो झूम उठता मेरा भी...! मन जाती उसकी भी 'दीपावली' फिर इक बार...! अगर प्यार से कह देते…. तुम इक बार... करते हो मुझसे औरों से ज़्यादा प्यार...! मुनेश शर्मा( मेरे✍️)🌈28 प्रेम से बड़ी रौशनी नहीं कोई। प्रेम वो दीपक है जो अंदर-बाहर दोनों को प्रकाशित करता है। #प्यारसे #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi