मुंतजिर हैं, तेरे दीदार के, इस तन्हा रात में.. आफ़ताब भी छुपने लगा, मेरी तन्हाई से बेज़ार होके..! #yqdidi #yqbaba #yqhindi #hindipoetry #yqurdu #muntazir #sad #tanhai