प्यास लगी थी आग को,कर बेठी गुजारिश पानी को खुद को तबाह कर बेठी वो,क्योंकि भूल गयी थी वो अपनी हस्ती को। #NojotoQuote अपनी हस्ती को भूल कर कोई खुश नही रह सकता