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प्यास लगी थी आग को,कर बेठी गुजारिश पानी को खुद को

प्यास लगी थी आग को,कर बेठी गुजारिश पानी को
खुद को तबाह कर बेठी वो,क्योंकि भूल गयी थी वो अपनी हस्ती को। #NojotoQuote अपनी हस्ती को भूल कर कोई खुश नही रह सकता
प्यास लगी थी आग को,कर बेठी गुजारिश पानी को
खुद को तबाह कर बेठी वो,क्योंकि भूल गयी थी वो अपनी हस्ती को। #NojotoQuote अपनी हस्ती को भूल कर कोई खुश नही रह सकता
navkiranrai9058

navkiran rai

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