आकर्षण की एक अवधि होती है, प्रेम किसी भी समय सीमा

आकर्षण की एक अवधि होती है,
प्रेम किसी भी समय सीमा का पाबंद नहीं होता !!

आकर्षण दैहिक सौंदर्य से बँधता है,
प्रेम गुण व रूह से रखता नाता, दैहिक सौंदर्य का पूजक नहीं होता !!

आकर्षण में स्थाईत्व नहीं होता, नेत्रों की रसाई से प्रेरित होता है,
प्रेम मीरा सा, राधा सा होता है, स्वार्थ का भाव नहीं होता !!

©Ankur Mishra #प्रेम #मीरा #सा, #राधा #सा #होता #है

आकर्षण की एक अवधि होती है,
प्रेम किसी भी समय सीमा का पाबंद नहीं होता !!

आकर्षण दैहिक सौंदर्य से बँधता है,
प्रेम गुण व रूह से रखता नाता, दैहिक सौंदर्य का पूजक नहीं होता !!
आकर्षण की एक अवधि होती है,
प्रेम किसी भी समय सीमा का पाबंद नहीं होता !!

आकर्षण दैहिक सौंदर्य से बँधता है,
प्रेम गुण व रूह से रखता नाता, दैहिक सौंदर्य का पूजक नहीं होता !!

आकर्षण में स्थाईत्व नहीं होता, नेत्रों की रसाई से प्रेरित होता है,
प्रेम मीरा सा, राधा सा होता है, स्वार्थ का भाव नहीं होता !!

©Ankur Mishra #प्रेम #मीरा #सा, #राधा #सा #होता #है

आकर्षण की एक अवधि होती है,
प्रेम किसी भी समय सीमा का पाबंद नहीं होता !!

आकर्षण दैहिक सौंदर्य से बँधता है,
प्रेम गुण व रूह से रखता नाता, दैहिक सौंदर्य का पूजक नहीं होता !!