जब घाेड़े के पैराें मे जंजीर हाेती और दाैड़ रहे गदहे हाेते है। बात समानता की करते है वाे याेग्य का हक मारकर अयाेग्य काे ताज पहनाते है। युवा बेराेजगारी से ,किसान भूख और बदहाली से मरता है और वाे वाे फैक्ट्री मे आलू उगाते रह जाते है। आख़िर दिल ही तो है। #तकलीफ़ #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi