मसखरी करते थे,नायक हो गए हैं ll और सब गुंडे विधायक हो गए हैं ll दौर कैसा है, न जाने आजकल का ll स्वार्थ के सारे, सहायक हो गए हैं ll ©aakashsaral aakash saral #poetry