दिल्ली दिल है भारत का,कुछ दिन से दिल शर्मसार है, किसको जला रहा है तर्क वितर्क सब व्यर्थ है, प्रश्न चिन्ह है मानवता आज,निश्चित होना अनर्थ है।। #दिल्ली