बहुत कमबख्त हुई जिंदगी.... मिलने का निकालो कभी बहा

बहुत कमबख्त हुई जिंदगी....
मिलने का निकालो कभी बहाना तुम

बड़े सबब से मुसकुराते हो.....
साथ रोए ,करो हमसे कुछ फसाना तुम

तलब मे तुम्हारे रहते है हर वकत.....
जरा एक जिंदगी के लिए ठहर जाना तुम

जलन है किस्मत को मुझसे.....
मेरा हो सके तो बन जाना सहारा तुम

बड़ी कोशिश की किसी ओर को बसाने की....
मेरे नही रहे .......
दिल को मेरे ज़रा समझाना तुम

जिंदगी की कदर कहा है मेरी....
चलो शोक मे जरूर आना तुम
... . ..... ..  . ....  ...... .... #शोक
बहुत कमबख्त हुई जिंदगी....
मिलने का निकालो कभी बहाना तुम

बड़े सबब से मुसकुराते हो.....
साथ रोए ,करो हमसे कुछ फसाना तुम

तलब मे तुम्हारे रहते है हर वकत.....
जरा एक जिंदगी के लिए ठहर जाना तुम

जलन है किस्मत को मुझसे.....
मेरा हो सके तो बन जाना सहारा तुम

बड़ी कोशिश की किसी ओर को बसाने की....
मेरे नही रहे .......
दिल को मेरे ज़रा समझाना तुम

जिंदगी की कदर कहा है मेरी....
चलो शोक मे जरूर आना तुम
... . ..... ..  . ....  ...... .... #शोक