" जाग उठी देर से" जाग उठी देर से ही सही पर जागरुक हो उठी। कितने खोफनाक मंजर देखे मेंने। खुद को शब्दों कि आंधी में देखा। मार मार मुझे मजबुती से भर दिया। अब और नहीं कोई छुने कि हिम्मत रखता। अब तो जिद है पकड़ी चाहुंगी जो, करुंगी वहीं। मेरी आंखों ने, कानों ने सब कुछ परख लिया। ©jagruti Bhardwaj जाग उठी देर से ही सही ........!!! #lovequote