गुल, गुलाब, शबाब बनो, बेहतर है कोई सवाब बनो। रिश्ता मोहब्बत का नाजुक है बहुत आशिक़ से पहले अहबाब बनो। पहचान हर किसी की यहां हबाब सी हर कोई जिसे समझे वो किताब बनो। है हर राह मे आगे अंधेरा बहुत जिस राह चलो आफताब बनो। गर ना हो मुमकिन जलना तुमसे, रात आसमान का महताब बनो। कुछ दाग बहुत गहरे है यहां, जला दे इन्हें वो तेजाब बनो। यकीं हो खुद पर हो होसले बुलंद सहराओं मे रहो शादाब बनो। #shayari #shayar #hindishayari #hindiurdu #urdushayari #ghazal #gulab #shabab #mehtab #urdupoet #urduwriter #urdughazal #hindiwriters #writersnetwork #nojotoviral #viral #like #viralwriter