सुनो गुलाब... बड़ी देरी करदी यार... तुमने खिलने में... Read the caption...— % & सुना था दिल से सिंचो तो हर रिश्ता कायम रहता है, लेकिन जब से तन्हा हुआ सब झूठ सा लगने लगा था। आज जब अचानक से नजर पड़ी तो गुलाब की डाली एक नवजात को लिए लहरा रही थी मैं ये देखकर रुक सा गया। पास गया तो देखा मेरी मेहनत रंग लाई.... आख़िर आज खिल ही गया वो गुलाब जिसको कभी मैने तुम्हारे लिए सींचा था। दरअसल हुआ यूं कि इस गुलाब के साथ–साथ ही