ज़िन्दगी तेरी माया, तुझसे भी ज़्यादा मायावी है, तुझमें सब कुछ पाना,सब कुछ तुझमें खोना भी है। कभी गालियां,कभी तालियां, कभी करतब सी दिखलाती तू। कभी हंसी की किलकारी,कभी आंसुओं की झड़ी, कभी ये सब दिखते - दिखाते, खुद सर्कस बन जाती तू। ज़िन्दगी तेरी माया, तुझसे भी ज्यादा मायावी है, तू इक उलझी पहेली सी ,एक अधूरी गाथा भी है। ©The Poetic Megha Zindagi Teri Maya #ZindagiKeRang #hindishayari #shortpoetry #MyOwnThoughts #ThePoeticMegha