कौन है मेरा किस को अपना हाल सुनाया जाए
ये किस्सा हमारा है चलो हम ही को सुनाया जाए
यहां सब मशरूफ हैं अपने गमों में और सुकूनो में
हमे भी तो किसी सुकून के दरिया में का किनारा दिया जाए
बेबसी बेखयाली है और तुम्हारी उम्मीद ए वस्ल
हमारे हिस्से में भी अब चंद मुलाकातों को मौका दिया जाए #Shayari#kaavish