ज़िन्दगी का सूनापन, हमेशा से नहीं होता है, बुरे अनुभव मिलते है, इंसान पत्थर बन जाता है। और जब फर्क नहीं पड़ता है,किसी खुशी-गम का, जरूरी नहीं सर्वस्व छोड़ कर ही कोई वैरागी बन जाता है। मन में जब त्याग, सन्तुष्टि का भाव हो, उसका जीवन सफल होता है। कहां किसी को खबर है मुस्कुराते चेहरें के पीछे भी सूनापन होता है! Rahul Apne OPEN FOR COLLAB ✨ #ATज़िन्दगीकासूनापन • A Challenge by Aesthetic Thoughts! ♥️ Collab with your thoughtful words.✨ Transliteration: Zindagi ka soonapan