आजकल दिल्ली में फिर छाए हैं प्रवासी परिंदे बहुत सारे आए हैं मंडरा रहे हैं , मौके की तलाश में फिर देश जलाने की फ़िराक में नाम अब किसानों का लगा कर, सियासी ज़मीन जोतना चाहते हैं ज़हर की फ़सल लगा कर देश में, राजनीति की रोटी सेंकना चाहते हैं, सब्र का पैमाना अब भर चुका है इनका नकाब अब उतर चुका है रंगे सियारों के टोले का शबाब सच की बारिश में बिखर चुका है। #किसान_आन्दोलन #jayakikalamse #delhidiaries #yqdidi #hkkhindipoetry