नींद में भी अक्सर ये सोचकर.... गिरते है मेरी आँखो से आँसू.... अगर तेरे दर पे भी ना बख्शा गया.... तो फिर कहां बख्शा जाऊगा.... "मेरे सतगुरु" नींद में भी अक्सर ये सोचकर.... गिरते है मेरी आँखो से आँसू.... अगर तेरे दर पे भी ना बख्शा गया.... तो फिर कहां बख्शा जाऊगा.... "मेरे सतगुरु"