इंसान की दीवारें, पैरों को पसारे चांद के दाग़ को, कमी सोचती है फलक के सितारे, ज़मीन के सहारे हैं तबतक जबतक, ज़मीन सोचती है #ज़मीन #वत्स #vatsa #dsvatsa #illiteratepoet #yqhindi #hindishayari #moon