मेरी गहराई का अंदाजा मत लगाना , मुझे नहीं पता कि मैं कब बूंद से सैलाब हो जाऊं , आज लूट लो नजारा मेरी बर्बादी का , क्या पता कब मैं कामयाब हो जाऊं , अखबार में छापने से क्या होगा मेरी झूठी बदनामी को , बता कौन रोक पाया है आज तक सुनामी को , मैं जिंदगी को अपना मैदान और मुसीबत को अपना सलाहकार रखता हूं यह show off करने वाले मुझसे दूर रहें , मैं branded चीज नहीं branded सोच रखता हूं । #AAshish Patil by intzar