पुकार लेना यार, दिलसे महेफूस हुं मैं मैं अपने आप मैं दिलसे महेफूस हुं मैं रूखसत होती हैं, जिस्म हाल दुनिया, मौत महेरबां है, दिलसे महेफूस हुं मैं दुई का भंडाफोड़ किया है इबादत से भेद भरम खुल गया दिलसे महेफूस हुं मैं क़त्ल ए आम हो जाएं ,डर नहीं लगता रूहानियत डेरा है दिलसे महेफूस हुं मैं पर्दाफाश कर दिया है, उसूल परस्ती का बेपर्दा हुईं है जिंदगी दिलसे महेफूस हुं मैं ©Mohanbhai आनंद पुकार लेना यार, दिलसे महेफूस हुं मैं मैं अपने आप मैं दिलसे महेफूस हुं मैं रूखसत होती हैं, जिस्म हाल दुनिया, मौत महेरबां है, दिलसे महेफूस हुं मैं दुई का भंडाफोड़ किया है इबादत से भेद भरम खुल गया दिलसे महेफूस हुं मैं