हर आंख में होनी अब शरम चाहिए... आंसुओ से क्या होगा, एक ज्वाला चाहिए... हर चिंखती पांचाली का प्रतिशोध चाहिए... दुष्शासन मर्दन वो महाबली भीम चाहिए... क्या होगा इन मोमबत्तियों से... बचाना हो हर "कशिश" को तो... घर घर में अब मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम चाहिए... लाज बचाने वाला वो युगंधर गोविंद सखा चाहिए... #RipKashish #Shame ©Gaurav Bhadange #me