White गिर कर ,संभल कर, खड़े हो गए हैं। अब चलेंगे, तो मंजिल पा जायेंगे। पीछे मुड़ना था जितना मुड़ चुके हम, तेरे कहने से हर मोड पर टहरे थे हम अब मन को मारकर, नींद को त्याग कर, उठ जल्दी सवेरे, चले जायेंगे।। गिर कर, संभल कर खड़े हो गए है। अब चलेंगे तो मंजिल पा जायेंगे।। ©गुमनाम शायर #safar