खुले बालों सी "ख्वाहिशें" बांधकर निकलती है पिता की दहलीज से; "जीवन"की व्यवस्था करने ब्रह्मांड के लिए! : वो स्त्री है। -Anjali Rai इच्छाओ को मारकर "सबकी इच्छाओं को जीवन देकर जो जीती 'जीवन के लिए' वो स्त्री है !"-Anjali Rai जो जीते है घर के लिए! वो पुरुष हैं।