शिकायते तुमसे तो है ही नही क्योंकि कोशिश नही थी तुम्हारी खफा तो हम खुद से है क्योंकि कोशिश ही गलत थी हमारी इस दिल को ज़ख्म मैने ही दिए जिसके टूटने का इलज़ाम तुम पर लगा बैठे ख्वाबो को गहरा बुना था मैंने जिसके उधेरे जाने का इलज़ाम तुम पर लगा बैठे बेवफ़ाई तो मैंने की खुदसे और बेवफा होने का इलज़ाम तुम पर लगा बैठे वो वादे कभी किये ही नही तुमनें उसके पूरे होने की आश तुमसे लगा बैठे । # इलज़ाम।