डरा डरा घबराया साहू कल रात से, खुदा, भगवान ये सब डरे हुए हैं, दुआ में तुम्हें ना मांँगलु इस बात से। तुम इंकार कर दोगी अगर मेरी मोहब्बत तो दुनिया में बहुत सारी हसीनाएं हैं, दिल को तसल्ली मिल जाती है इस बात से। तुमने किया तो पता चला सौदेबाजी भी होती है प्यार में , मुझे यह बात पता चली तुम्हारी बात से। शायरी#डरा डरा सा