आओ बैठो कुछ पल पास मेरे तुमसे दिल की हर बात बतानी हैं,, जो खुद से भी नही कहा कभी वो सब तुझे सुननी हैं,, बहुत उदास सी हैं ज़िन्दगी अपनी तेरे साथ उसे हसीन बनानी हैं,, तेरे सारे दुख और दर्द बांट लू मैं तेरे हर लम्हे में बस खुशी लानी हैं, हो गर कोई खता, या शिकायत मुझसे तो कह दो, अपनी हर गलती को सुधार खुद को तेरे काबिल बनानी हैं,, तेरा ही ख्याल, तेरी ही जुस्तजू में कैद हो गई है ज़िन्दगी अपनी अब इसी कैद में उम्र सारी बितानी है,,