अंदाज़-ए-बयां नाकाफी है जिस रात से हम बेकार हुए, एक किस्सा था कुछ आंसू थे और दिल के टुकड़े चार हुए..!! #अंदाज़_ए_बयान #नाकाफी है जिस रात से हम बेकार हुए, एक #किस्सा था कुछ #आंसू थे और #दिल के टुकड़े चार हुए..!! :-✍🏻उत्तम दीक्षित #udquotes #udshayari